सुनहरा पल
अपनी आँखों को मींचे....
अपनी साँसों को खींचे,
कुछ खो जाने के डर से....
जो खोता है हर पल को,
वो क्या खोजेगा कल को...
एक सुनहरे पल को।
जिसमे लड़ने का जज़्बा...
जिसको हो जीत की चाहत,
अपनी हिम्मत के बल से...
जो चीर दे हर मुश्किल को,
वो ही पायेगा कल को...
एक सुनहरे पल को।
अपनी आँखों को मींचे....
कुछ खो जाने के डर से....
जो खोता है हर पल को,
वो क्या खोजेगा कल को...
एक सुनहरे पल को।
हो डगर बहुत ही कठिन या
,हो सफ़र चुनौती वाला
तकलीफों से घबराकर
,जो छोड़ेगा मंजिल को
वो क्या खोजेगा कल को
एक सुनहरे पल को
जिसमे लड़ने का जज़्बा...
जिसको हो जीत की चाहत,
अपनी हिम्मत के बल से...
जो चीर दे हर मुश्किल को,
वो ही पायेगा कल को...
एक सुनहरे पल को।
Bravo..... I hope it motivates you too like it has motivated me
ReplyDeleteU r really a sweetheart bhai...thank u
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